खोजता हूं
इस जहां में होने की वजह खोजता हूं,
इस ज़माने में अपनी जगह खोजता हूं.
है कहती ये दुनिया झांकने को सबसे,
उस वास्ते मैं अपनी गिरह खोजता हूं.
भरा है मसीहों से वक्त आजकल का,
इसमें बशर मैं अपनी तरह खोजता हूं.
बस ख़ून से हैं अपने मगर दिल से...
इस ज़माने में अपनी जगह खोजता हूं.
है कहती ये दुनिया झांकने को सबसे,
उस वास्ते मैं अपनी गिरह खोजता हूं.
भरा है मसीहों से वक्त आजकल का,
इसमें बशर मैं अपनी तरह खोजता हूं.
बस ख़ून से हैं अपने मगर दिल से...