...

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दिल के ज़ख्म
समझौता जिंदगी से हमने सरेआम देखा है।
इश्क़ मे फसे आशिक का अंजाम देखा है।।
बड़े आराम से गुजर रही थी जिंदगी मेरी ।
फिर हमने भी हुस्न का बेकाबू तूफ़ान देखा है।।

तीखे नयन ,लटकती ज़ुल्फो का भवर देखा है।
किसी के इंतजार मे किसी का सबर देखा है।।
जिसके इंतजार मे बर्बाद हुई जवानी मेरी।
आज उनको ही हमने खुद से बेखबर देखा है।।

तेरे मोहब्बत से जख्म कितने हुए इसका हिसाब होगा।
मोहब्बत के बाद नफरत भी बेहिसाब होगा।
खामोश होकर खड़ी हो जाना आईने के सामने।
तुम्हारी बेवफाई तुमसे हि बेनकाब होगा।।

तुमसे कह दिया पर किसी और को ना बताऊंगा मै।
तुम बेवफा हो ए बात सब से छुपाऊंगा मै।।
इस जन्म मे मर गई ख्वाइशें मेरी ।
अगले जन्म मे फिरसे तुमसे दिल लगाऊंगा मै।।
#maheshsinghrajput


© Chandan Singh