एक ही बात
वो मुझसे इतना प्रेम किया करती थी
मेरी हर अच्छी बात उसे बुरी लगती थी
उसकी झूठ के अंशु में यू भीग जाता था
चाह के भी मन का छत्ता खोल नहीं पाता था
लम्बी गाड़ी महंगे कपड़े उसके...
मेरी हर अच्छी बात उसे बुरी लगती थी
उसकी झूठ के अंशु में यू भीग जाता था
चाह के भी मन का छत्ता खोल नहीं पाता था
लम्बी गाड़ी महंगे कपड़े उसके...