ख्वाहिशें
जो ख्वाहिशें अधूरी रह जाती हैं
चुपचाप आंखों से वो बह जाती हैं
सबको खुश करते करते जाने वो
इतना सब कुछ कैसे सह जाती हैं
कोई...
चुपचाप आंखों से वो बह जाती हैं
सबको खुश करते करते जाने वो
इतना सब कुछ कैसे सह जाती हैं
कोई...