प्रयेसी वर्णन
मैं शब्दसंग्रह संकुचित हो जाता
जब कृति करता तुम्हारे स्तवन में
समग्र भावों की समाविष्टि होती...
जब कृति करता तुम्हारे स्तवन में
समग्र भावों की समाविष्टि होती...