बुलन्द होंसला की उड़ान --by Writer Rk Shiva
सूरज की चमक उठा,
संसार गूंज उठा,
पक्षियों की चहचाहट से ,
हौसलों की उड़ान की।
गरम हो उठा,
बादल बन उठा ,
बारी अब बरसने की ,
बुलंद हौसलों की उड़ान की ।
बीज अंकुरित हो उठे,
फसल खिलखिला उठी,
मेहनत की जंग जारी,
नए हौसलों की उड़ान...
संसार गूंज उठा,
पक्षियों की चहचाहट से ,
हौसलों की उड़ान की।
गरम हो उठा,
बादल बन उठा ,
बारी अब बरसने की ,
बुलंद हौसलों की उड़ान की ।
बीज अंकुरित हो उठे,
फसल खिलखिला उठी,
मेहनत की जंग जारी,
नए हौसलों की उड़ान...