मेरी हालत
भीड़ भाड़ की इस दुनियामें
आज मै अकेला खड़ा हु
इस समय की रफ्तार के सामने
मैं बेबस होता जा रहा हु
दिन मै सबके साथ वक्त की जंजीरे तोड़कर
आगे बढ़ने की दौड़ मै लगा रहता हूं
पर कही ना कही...
आज मै अकेला खड़ा हु
इस समय की रफ्तार के सामने
मैं बेबस होता जा रहा हु
दिन मै सबके साथ वक्त की जंजीरे तोड़कर
आगे बढ़ने की दौड़ मै लगा रहता हूं
पर कही ना कही...