सच को दर्पण दिखलाये कौन...
नैनों में छिपे कुछ प्रश्न गौण
अधरों पर अनुत्तरित मौन
मन की भीतर गाँठो पर
पहरेदारी करता कौन?
बाहर कितनी हँसी-ठिठोली
भीतर एक तन्हा पहेली
अधरों पर...
अधरों पर अनुत्तरित मौन
मन की भीतर गाँठो पर
पहरेदारी करता कौन?
बाहर कितनी हँसी-ठिठोली
भीतर एक तन्हा पहेली
अधरों पर...