तेरी चुप्पी
तेरी चुप्पी ज़हर का एक जाम लगती है,
हर साँस हमको तो इल्ज़ाम लगती है।
पिछले जन्मों के कर्मों का फल है शायद
ज़िंदगी पल दो पल की मेहमान लगती है।
अश्क भी तो अब आँखों में ...
हर साँस हमको तो इल्ज़ाम लगती है।
पिछले जन्मों के कर्मों का फल है शायद
ज़िंदगी पल दो पल की मेहमान लगती है।
अश्क भी तो अब आँखों में ...