मेरे एहसास
मेरा सपना भी तुम
हकीकत भी तुम,
प्रिय,
मेरे एहसास भी तुम
मेरी आती जाती सांस हो तुम,
जो न कह पायी कभी वो जज्बात
भी तुम
आप बताएं कि आपके लिए
क्या हैं हम
यदि न कह सको , तो भी
कोई बात...
हकीकत भी तुम,
प्रिय,
मेरे एहसास भी तुम
मेरी आती जाती सांस हो तुम,
जो न कह पायी कभी वो जज्बात
भी तुम
आप बताएं कि आपके लिए
क्या हैं हम
यदि न कह सको , तो भी
कोई बात...