सच्ची बातें....
सारा ज़माना जब खिलाफ बोलता हैं
तो समझ ले के तू साफ़ बोलता हैं
जो लोग बहुत ख़ामोश रहा करते हैं
ज़माने में उनका हूनर बोलता हैं
दफन कर दो इसे तुम चाहे कितना
ज़मीं से निकल के इंसाफ बोलता...
तो समझ ले के तू साफ़ बोलता हैं
जो लोग बहुत ख़ामोश रहा करते हैं
ज़माने में उनका हूनर बोलता हैं
दफन कर दो इसे तुम चाहे कितना
ज़मीं से निकल के इंसाफ बोलता...