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प्रेम को सुनना और सुनाना आसान है
प्रेम को समझ पाने में
कुछ खोने कुछ पाने में,
ज़िंदगी निकल जाती है
एक मोहब्बत का आशिया बनाने में!
तिनका तिनका जोड़ कर
दर्द को पलकों से ओड कर,
प्रेम का साथ निभाने में
ज़िंदगी निकल जाती है
एक मोहब्बत का आशिया बनाने में!
प्रेम जितना आसान है
सुनने और सुनाने में,
कभी कर के देखो सच्ची मोहब्बत
खुद को पाओगे दर्द के मुहाने में!
हां राधा कृष्ण की बातें न कर
न बातें कर शिव सती की,
कलयुग है आया मेरी जान
यहां दिखते है रंग सब के
देर है बस जिस्म पाने में!
❤️//
कुछ खोने कुछ पाने में,
ज़िंदगी निकल जाती है
एक मोहब्बत का आशिया बनाने में!
तिनका तिनका जोड़ कर
दर्द को पलकों से ओड कर,
प्रेम का साथ निभाने में
ज़िंदगी निकल जाती है
एक मोहब्बत का आशिया बनाने में!
प्रेम जितना आसान है
सुनने और सुनाने में,
कभी कर के देखो सच्ची मोहब्बत
खुद को पाओगे दर्द के मुहाने में!
हां राधा कृष्ण की बातें न कर
न बातें कर शिव सती की,
कलयुग है आया मेरी जान
यहां दिखते है रंग सब के
देर है बस जिस्म पाने में!
❤️//
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