मेरे हर फ़िक्र को तेरे जिक्र भी तो जरुरी है...
जब तेरी निगाहेँ...
दिल को तीर बनकर लगती है...
तब मेरे अहटो को...
शबनम के पंख मिल जाते है....
जब मेरे मन्नतों को....
तेरे जिक्र के...
दिल को तीर बनकर लगती है...
तब मेरे अहटो को...
शबनम के पंख मिल जाते है....
जब मेरे मन्नतों को....
तेरे जिक्र के...