मैं किताब हूं
#अनपढ़पन्ने
तू देख एक दफा इन चार दिवारयों में
एक कमरे में अरसे से कैद पड़ी हूं
कभी चर्चे थे सबकी जुबान पर मेरे
आज कल की टेक्नोलॉजी में बंधी पड़ी हूं
ना मोह रहा अब लोगो को मेरा
मैं अब...
तू देख एक दफा इन चार दिवारयों में
एक कमरे में अरसे से कैद पड़ी हूं
कभी चर्चे थे सबकी जुबान पर मेरे
आज कल की टेक्नोलॉजी में बंधी पड़ी हूं
ना मोह रहा अब लोगो को मेरा
मैं अब...