4 views
ख्वाहिश दिल की ❤
तुझको ऑंखों में बसा लूँ है ख़्वाहिश दिल की..
तुझको सांसों में समा लूँ है गुज़ारिश दिल की..
तुझे ख़बर ही नही तुझसे प्यार कितना मैं करूँ..
कैद दिल मे तुझे करने की है साज़िश दिल की..
तेरी इस शोख़ हँसी को मैं,अफ़साना बना दूँगा ..
हर एक अदा को तेरी,खूब नज़राना बना दूँगा..
तू है अनजान तेरा करिश्मा,तुझे मालूम नही..
तेरी निग़ाहों के नशे से,मैं मयख़ाना बना दूँगा..
करे मासूम मोहब्बत क्या,नुमाईश दिल की..
तुझको ऑंखों में बसा लूँ है ख़्वाहिश दिल की..
तेरी जुल्फ़ों में है छाई,घटा काली की कसम..
तेरे कानों में झलकती हुई, बाली की कसम..
तेरे इस रूप से शरमाया यह,मधुरम मौसम..
तेरे होंठो को चूम इतराती लाली की कसम..
जानने को वजूद तेरा है,आजमाइश दिल की..
तुझको ऑंखों में बसा लूँ है ख़्वाहिश दिल की.
तुझको सांसों में समा लूँ है गुज़ारिश दिल की..
तुझे ख़बर ही नही तुझसे प्यार कितना मैं करूँ..
कैद दिल मे तुझे करने की है साज़िश दिल की..
तेरी इस शोख़ हँसी को मैं,अफ़साना बना दूँगा ..
हर एक अदा को तेरी,खूब नज़राना बना दूँगा..
तू है अनजान तेरा करिश्मा,तुझे मालूम नही..
तेरी निग़ाहों के नशे से,मैं मयख़ाना बना दूँगा..
करे मासूम मोहब्बत क्या,नुमाईश दिल की..
तुझको ऑंखों में बसा लूँ है ख़्वाहिश दिल की..
तेरी जुल्फ़ों में है छाई,घटा काली की कसम..
तेरे कानों में झलकती हुई, बाली की कसम..
तेरे इस रूप से शरमाया यह,मधुरम मौसम..
तेरे होंठो को चूम इतराती लाली की कसम..
जानने को वजूद तेरा है,आजमाइश दिल की..
तुझको ऑंखों में बसा लूँ है ख़्वाहिश दिल की.
Related Stories
10 Likes
3
Comments
10 Likes
3
Comments