तेरे निशाँ
यादों के गुलदस्ते में
तेरे निशां कायम आज भी है...
रात के बाहों में
तेरे दिए दर्द...
तेरे निशां कायम आज भी है...
रात के बाहों में
तेरे दिए दर्द...