समादर और चाँद
आज एक कहानी समंदर और चाँद की सुनो,
सदियों से हो रही एसे ऐतबार की सुनो,
कहीं चाँद डूब ना जाए ये ख़याल समुद्र को आया
कहीं समंदर ना भर जाए से सवाल चाँद ने किया,
भगवान ने इन्हे जीवों की चिंता के बारे बताया,
सभी एक बार प्यार को समझ पाए ,
इसलिए इनका मिलन आज तक ना हो पाया।
© Five Fifteen
सदियों से हो रही एसे ऐतबार की सुनो,
कहीं चाँद डूब ना जाए ये ख़याल समुद्र को आया
कहीं समंदर ना भर जाए से सवाल चाँद ने किया,
भगवान ने इन्हे जीवों की चिंता के बारे बताया,
सभी एक बार प्यार को समझ पाए ,
इसलिए इनका मिलन आज तक ना हो पाया।
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