कुछ शेर
1) लिखने को अब मेरे पास किताब नहीं,
बयां कर सकूँ ऐसे कोई जज़्बात नहीं।
वैसे तो हैं लाखों दिल लगाने को तैयार,
हो जाये सबके ऐसा हमारा किरदार नहीं ।।
2). दिल में बस जाता कोई तो दिल से निकल भी जाता हैं,
कोई बना जाता जिन्दगी कोई तबाह कर जाता हैं।
सुना हैं प्यार होता हैं एक प्यारा सा एहसास,
सच्चा हो तो एक से ना हो तो हजारों से करवा जाता हैं।।
3). चल रही हवा बदलते रिश्तों के दौर की,
समझ नहीं आता कौन अपना कौन पराया हैं।
हम तो मान बैठे थे ना जानो सब को...
बयां कर सकूँ ऐसे कोई जज़्बात नहीं।
वैसे तो हैं लाखों दिल लगाने को तैयार,
हो जाये सबके ऐसा हमारा किरदार नहीं ।।
2). दिल में बस जाता कोई तो दिल से निकल भी जाता हैं,
कोई बना जाता जिन्दगी कोई तबाह कर जाता हैं।
सुना हैं प्यार होता हैं एक प्यारा सा एहसास,
सच्चा हो तो एक से ना हो तो हजारों से करवा जाता हैं।।
3). चल रही हवा बदलते रिश्तों के दौर की,
समझ नहीं आता कौन अपना कौन पराया हैं।
हम तो मान बैठे थे ना जानो सब को...