...

5 views

माईबाप!
गूंज उठा जय घोष आजादी का
नये जोश में था हर इंसान
ब्रिटिश राज नतमस्तक हुआ
उगा आजाद हिंदुस्तान।


यूनियन जैक गिरा जमीं पर
तिरंगा लहराया उच्च आसमां
आजाद हुए पंछी पिंजरे के
उड़ने लगे सारा जहां।

आजादी के दीवानों का
एक गीत था,एक था गान
किसी की भारत 'माता' थी
किसी का 'महबूब' था हिंदुस्तान।

याद रखेगा देश हमेशा
तुम्हारा अमिट,अमर बलिदान
ख़ुद को मशाल बनाकर तुमने
रौशन कर दिया हिंदुस्तान।

देश से बढ़कर कुछ नहीं
जान ले ये हर इक़ इंसान
हम सब है संतान इसकी
माईबाप है सबका हिंदुस्तान।


दिनेश चौधरी 'फ़नकार'