वे खुद त्रेता के राम हैं
वे खुद त्रेता के राम हैं
वे द्वापर के घनश्याम हैं।
कुर्म मत्स्य का रुप धरा,
वे ही बली बलराम हैं।
नाग कालिया पर नृत्य किया,
वे गोकुल के ग्वाले हैं।
हर एक दुष्ट के प्राण हरे,
वे परशुराम मतवाले हैं।।
केशव ने तो बाल्य काल में,
दृश्य ऐसा दिखलाया था ।
पूतना और कई असुरों को,
निःशस्त्र धूल चटाया था ।।
प्रेम पुण्य के साथ ही,
स्वाभिमान का ज्ञान दिया।
सत्य की अजेयता का,
उन्होंने प्रमाण दिया।
स्त्रियों के प्रतिशोध के लिए,
पूरा कुरुवंश जलाया...
वे द्वापर के घनश्याम हैं।
कुर्म मत्स्य का रुप धरा,
वे ही बली बलराम हैं।
नाग कालिया पर नृत्य किया,
वे गोकुल के ग्वाले हैं।
हर एक दुष्ट के प्राण हरे,
वे परशुराम मतवाले हैं।।
केशव ने तो बाल्य काल में,
दृश्य ऐसा दिखलाया था ।
पूतना और कई असुरों को,
निःशस्त्र धूल चटाया था ।।
प्रेम पुण्य के साथ ही,
स्वाभिमान का ज्ञान दिया।
सत्य की अजेयता का,
उन्होंने प्रमाण दिया।
स्त्रियों के प्रतिशोध के लिए,
पूरा कुरुवंश जलाया...