मैंने बहुत कुछ देखा और सिखा है।
इन आंखों देखें मंज़र से,
मैंने अपने सामने
बहुत लोगों के जीवन में उतार-चढ़ाव आते देखा है, और उनके इस उतार चढ़ाव में भी हौसला क़ायम रहना सिखा है। मैंने ____
और मेरी आंखों ने बहुत कुछ देखा है।
इस प्राकृतिक चीज़ों को खुबसूरत नज़ारा
बनातें हुये तो कहीं खुबसूरत नजारें को
अपनी चपेट में लेते हुए, ____
पर फिर भी मैंने सिखा है। कैसे लोग इस प्राकृतिक आपदाओं की चपेट में फंसकर भी अपने जीने की उम्मीद को क़ायम रखतें हैं। बहुत कुछ देखा है। मैंने ___
अपने आस पास के रिश्तों को...
मैंने अपने सामने
बहुत लोगों के जीवन में उतार-चढ़ाव आते देखा है, और उनके इस उतार चढ़ाव में भी हौसला क़ायम रहना सिखा है। मैंने ____
और मेरी आंखों ने बहुत कुछ देखा है।
इस प्राकृतिक चीज़ों को खुबसूरत नज़ारा
बनातें हुये तो कहीं खुबसूरत नजारें को
अपनी चपेट में लेते हुए, ____
पर फिर भी मैंने सिखा है। कैसे लोग इस प्राकृतिक आपदाओं की चपेट में फंसकर भी अपने जीने की उम्मीद को क़ायम रखतें हैं। बहुत कुछ देखा है। मैंने ___
अपने आस पास के रिश्तों को...