पेड़ की एक डाली
पेड़ की एक डाली से हुई शादी
डाली ने जन्म दिया पत्तों को
फूलों और फलों को अपना सारा समय दे दिया उनको
डाली अब सूखी थी क्यूंकि पेड़ ले आया नई डालिया कई हरियाली से प्यार था पेड़ को लकड़हारा आया एक दिन और काटने लगा जब डाली को
डाली ने कहा पेड़ से बचाओ मुझे पेड़ ने कहा में क्या कर सकता हूं अब मैं
सब तेरी गलती क्यूँ सूखी तुम
क्या कोई कमी छोड़ी मेने अपने प्यार में डाली बोली मेने अपना खून...
डाली ने जन्म दिया पत्तों को
फूलों और फलों को अपना सारा समय दे दिया उनको
डाली अब सूखी थी क्यूंकि पेड़ ले आया नई डालिया कई हरियाली से प्यार था पेड़ को लकड़हारा आया एक दिन और काटने लगा जब डाली को
डाली ने कहा पेड़ से बचाओ मुझे पेड़ ने कहा में क्या कर सकता हूं अब मैं
सब तेरी गलती क्यूँ सूखी तुम
क्या कोई कमी छोड़ी मेने अपने प्यार में डाली बोली मेने अपना खून...