करूँ मैं भरोसा
करूँ मैं भरोसा क्यों कभी
जिसे हमने देखा ही नहीं
करूँ मैं भरोसा क्यों उस पर
नहीं दिया जिसने सहारा कभी
पाला है जिसने कभी आने
न दिया आंच कोई!
करूँ मैं भरोसा क्यों कभी
देखा ही नहीं हमने जिसे
कभी न करूँ भरोसा उस पर
अनजान हूँ जिनसे
अपने सभी पर करूँ भरोसाहै
मूंद लूं...
जिसे हमने देखा ही नहीं
करूँ मैं भरोसा क्यों उस पर
नहीं दिया जिसने सहारा कभी
पाला है जिसने कभी आने
न दिया आंच कोई!
करूँ मैं भरोसा क्यों कभी
देखा ही नहीं हमने जिसे
कभी न करूँ भरोसा उस पर
अनजान हूँ जिनसे
अपने सभी पर करूँ भरोसाहै
मूंद लूं...