आज का युग
ऐसा समय आया धरती पे,
पापी विचर रहें उन्मुक्त|
मानवता शर्मशार हो रही,
सत्य धर्म भी हुआ विलुप्त |
माँ बाप बोझ बन रहें बच्चों पे,...
पापी विचर रहें उन्मुक्त|
मानवता शर्मशार हो रही,
सत्य धर्म भी हुआ विलुप्त |
माँ बाप बोझ बन रहें बच्चों पे,...