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बाेलने का हुनर दिया मुझको
बाेलने का हुनर दिया मुझको
अपने जैसा बना दिया मुझको
मैं गुनाहों में हाे गया था शरीक
इसलिए वाे सज़ा दिया मुझको
मैं ताे गैराे में भी रहा महफूज़
जाे था अपना दगा दिया मुझकाे
मैं ज़माने से साे रहा था शाह
उसने आ कर जगा दिया मुझकाे
अपने जैसा बना दिया मुझको
मैं गुनाहों में हाे गया था शरीक
इसलिए वाे सज़ा दिया मुझको
मैं ताे गैराे में भी रहा महफूज़
जाे था अपना दगा दिया मुझकाे
मैं ज़माने से साे रहा था शाह
उसने आ कर जगा दिया मुझकाे
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