...

13 views

शायरी...
अंजाम ऐसा कि इश्क़ न हुआ क़हर हो गया
कड़वा इतना कि दिल न रहा ज़हर हो गया
बर्बादियों का तोहफ़ा तूने दिया इस क़दर
जो था कभी मेरा बेगाना वो शहर हो गया
© random_kahaniyaan