फौजी बाप ते लाढला बेटा
अरमान बड़े अरु नेक इरादे,
जहां हारे बजीर ते जीते प्यादे।
ऐसे कर्मठ मेरे पापा,
मातृभूमि के हैं शहजादे।
खाकी वर्दी तन पे जब साजे,
दूर से देखकर दुश्मन भागे।
आन बान और शान पे मिटने वाले,
वो मेरे पापा और मैं उनका बेटा लागे।
देकर लालच मुझे...
जहां हारे बजीर ते जीते प्यादे।
ऐसे कर्मठ मेरे पापा,
मातृभूमि के हैं शहजादे।
खाकी वर्दी तन पे जब साजे,
दूर से देखकर दुश्मन भागे।
आन बान और शान पे मिटने वाले,
वो मेरे पापा और मैं उनका बेटा लागे।
देकर लालच मुझे...