जिंदगी तो एक खिलौना है...!
हाल यूँ है की ना जिना है ना मरना किसी के वास्ते..
फिलाल धुंधले हे मंजर और खोये है रास्ते..
इस दुनियाँ की भीड़ में कोई चेहरा अपनासा नहीं लगता..
वक्त मेरे लिए और मैं किसीके लिए कभी नहीं रुकता..
हाल-ए-दिल किसीका निगाहों में झांक कर पता...
फिलाल धुंधले हे मंजर और खोये है रास्ते..
इस दुनियाँ की भीड़ में कोई चेहरा अपनासा नहीं लगता..
वक्त मेरे लिए और मैं किसीके लिए कभी नहीं रुकता..
हाल-ए-दिल किसीका निगाहों में झांक कर पता...