मैने देखा है !!!!
मैने देखा है पानी को
बहाव के साथ बहते हुए,
कभी लेहराते तो
कभी ठंड से जमते हुए,
सबको घुल,मिल,समेटकर भी
हमेशा खुद को बेदाग रखते हुए|
मैने देखा है पेडों को,
मौसम के साथ निखरते हुए,
कभी मेहकते तो
कभी वक्त से झडते हुए, सहारा,खूशी,दोस्ती...
बहाव के साथ बहते हुए,
कभी लेहराते तो
कभी ठंड से जमते हुए,
सबको घुल,मिल,समेटकर भी
हमेशा खुद को बेदाग रखते हुए|
मैने देखा है पेडों को,
मौसम के साथ निखरते हुए,
कभी मेहकते तो
कभी वक्त से झडते हुए, सहारा,खूशी,दोस्ती...