ज़िंदगी की दौड़
यूं चली जा रही है रफ्तार ज़िंदगी की ।
बदलती जा रही है तारीख पर तारीख ।
कोई अस्त है कोई व्यस्त है कोई है चुस्त ।
कोई है मदमस्त तो कोई है सुस्त ।
भाग रहा है एक आदमी ,एक...
बदलती जा रही है तारीख पर तारीख ।
कोई अस्त है कोई व्यस्त है कोई है चुस्त ।
कोई है मदमस्त तो कोई है सुस्त ।
भाग रहा है एक आदमी ,एक...