ज़्यादा तो नहीं माँगा
मेरी मुस्कान में शामिल, तेरी मुस्कान हो जाए!
कि अक़्सर तुम मिलो मुझसे, सुबह से शाम हो जाए!
'कहीं भी','यूं ही','थोड़ा सा...
कि अक़्सर तुम मिलो मुझसे, सुबह से शाम हो जाए!
'कहीं भी','यूं ही','थोड़ा सा...