फिर आयेगा नया सवेरा
फिर आयेगा नया सवेरा
सारा जहां होगा तेरा।
आज तूफान बढा चढा है
दरिया मुंँह फाढे खडा है,
लहरें ज़रा थम जाने दो
नाव किनारे पे आने दो।
फिर लगायेंगे हम गोता
दरिया की औका़त ही क्या?
सागर भी तेरे आगे छोटा
अभी तूफां है जान लुटेरा।
फिर आयेगा..........
ये तो बस !
हल्का सा.........
बादलों का गुबा़र है
रवि को जिसने आ घेरा,
गर्द-ए-गुबा़र छंट जायेगा
नया प्रभाकर मुसकायेगा
क्षण भर का है ग्रहण घनेरा
तुम ही कहो !
किसने किया सूरज पर डेरा।
फिर आयेगा........
...
सारा जहां होगा तेरा।
आज तूफान बढा चढा है
दरिया मुंँह फाढे खडा है,
लहरें ज़रा थम जाने दो
नाव किनारे पे आने दो।
फिर लगायेंगे हम गोता
दरिया की औका़त ही क्या?
सागर भी तेरे आगे छोटा
अभी तूफां है जान लुटेरा।
फिर आयेगा..........
ये तो बस !
हल्का सा.........
बादलों का गुबा़र है
रवि को जिसने आ घेरा,
गर्द-ए-गुबा़र छंट जायेगा
नया प्रभाकर मुसकायेगा
क्षण भर का है ग्रहण घनेरा
तुम ही कहो !
किसने किया सूरज पर डेरा।
फिर आयेगा........
...