तेरी यादें
बरस कर सावन चला जायेगा,
मेरा गम फिर भी नहीं बह पाएगा,
सर्द रातें फिर सबको ठिठुराएगी,
पर मेरी ढूंढती आंखों में कहां नींद आयेगी,
आएगा बसंत लेकर सबकी एक नई उमंग,
पर उसे ना देख कर फिर बढ़ेगी मेरी धड़कन,
गर्मियों की गर्म हवा सबको सताएगी,
पर मेरे दिल में तेरी यादों की ठंडी छांव ही आएगी।।।
मेरा गम फिर भी नहीं बह पाएगा,
सर्द रातें फिर सबको ठिठुराएगी,
पर मेरी ढूंढती आंखों में कहां नींद आयेगी,
आएगा बसंत लेकर सबकी एक नई उमंग,
पर उसे ना देख कर फिर बढ़ेगी मेरी धड़कन,
गर्मियों की गर्म हवा सबको सताएगी,
पर मेरे दिल में तेरी यादों की ठंडी छांव ही आएगी।।।