नजर मत चुराओ कोरोना
आ ही गए हो तो नज़रे भी चुरा सकते नहीं,
हाथ जोड़कर करते है स्वागत ,
हाथ हम मिला सकते नहीं,
परम्परा है अतिथियों का सत्कार करने की,
इसलिए नज़रे तुमसे चुरा सकते नहीं,
हाथ जोड़कर करते है स्वागत,
हाथ हम मिला नहीं सकते,
तेरे आने से देश में मायूसी सी छाई है,
जैसे एक आंधी, काली घटा घेर लाई है
फिर भी नहीं डरेंगे तुमसे,
क्युकी जिकिस्ता पद्धति सबसे पहले
भारत में ही आती है,
निपटने का तुझसे...
हाथ जोड़कर करते है स्वागत ,
हाथ हम मिला सकते नहीं,
परम्परा है अतिथियों का सत्कार करने की,
इसलिए नज़रे तुमसे चुरा सकते नहीं,
हाथ जोड़कर करते है स्वागत,
हाथ हम मिला नहीं सकते,
तेरे आने से देश में मायूसी सी छाई है,
जैसे एक आंधी, काली घटा घेर लाई है
फिर भी नहीं डरेंगे तुमसे,
क्युकी जिकिस्ता पद्धति सबसे पहले
भारत में ही आती है,
निपटने का तुझसे...