पिवजी परदेशा बैठ्या ( Rajasthani holi geet )
पिवजी तो परदेशा बैठ्या गौरीडी थारी बिलखै हो....2
फागण महीनों बेरी म्हारे 2, अग्न लगावे रे....
बेगा आवो रे
बेगा आवो रे साहब जी थारी गौरडी उड़ीके जी
बेगा आवो रे
****
पिवरिया में साथणिया संग लूरा लेवण जाती जी 2
नयों नवेलो सासरों म्हारो 2, किण सागै जाऊं रे.......
फागण महीनों बेरी म्हारे 2, अग्न लगावे रे....
बेगा आवो रे
बेगा आवो रे साहब जी थारी गौरडी उड़ीके जी
बेगा आवो रे
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पिवरिया में साथणिया संग लूरा लेवण जाती जी 2
नयों नवेलो सासरों म्हारो 2, किण सागै जाऊं रे.......