बातें...
बहोत सी बातें हैं अंदर, जो मैं कह नहीं पाता !
हैं कुछ बातों के शूल ऐसे, जो मैं सह नहीं पाता !!
वो बातें हैं बहोत चुभती, जो निकलती हैं ज़बानों से !
बुरा लगता हैं...
हैं कुछ बातों के शूल ऐसे, जो मैं सह नहीं पाता !!
वो बातें हैं बहोत चुभती, जो निकलती हैं ज़बानों से !
बुरा लगता हैं...