Dua,
कुछ हम भी आँसुओं के तलबगार हो गए
और ग़म हमारे जीने में मददगार हो गए
मिलती नहीं ख़ुशी हमको किसी भी बात पर
मौसम यूँ सभी हयात के बे-बहार हो गए
हैं और भी दुनिया में यहां परेशान तो...
और ग़म हमारे जीने में मददगार हो गए
मिलती नहीं ख़ुशी हमको किसी भी बात पर
मौसम यूँ सभी हयात के बे-बहार हो गए
हैं और भी दुनिया में यहां परेशान तो...