4 views
दुल्हन
लाल जोड़े में सोलह सिंगार से सज रही वह दुल्हन ,
अपने जीवन की डोर को , साजन के साथ बांधने चली है !
पिया के नाम की मेहंदी वह , अपने हाथों में रचाने चली है !
कई अरमानों को लेकर वह , अपना घर बसाने चली है !
नए घर में जाने की खुशियां , अपने घर से विदाई का दुख !
दोनों द्वंद को मन में वह दुल्हन , दरवाजे की दहलीज पर खड़ी है !
पता नहीं क्या हाल होगा , कैसा क्या वहां का माहौल होगा !
दिल खोलकर वह अपना , सारे रिश्तो को अपनाएगी !
किसी की भाभी , किसी की चाची , तो किसी की मामी कहलाएगी !
और पुराने रिश्तो के लिए , बस यादें छोड़ जाएगी !
पिया के घर की लक्ष्मी और अन्नपूर्णा वह कहलाएगी !
माता-पिता के दिए संस्कारों से वह, उनका मान - सम्मान बढ़ाएगी !
अपना संसार छोड़कर वह , एक नया संसार बसाएगी !
© Rachna pagare
अपने जीवन की डोर को , साजन के साथ बांधने चली है !
पिया के नाम की मेहंदी वह , अपने हाथों में रचाने चली है !
कई अरमानों को लेकर वह , अपना घर बसाने चली है !
नए घर में जाने की खुशियां , अपने घर से विदाई का दुख !
दोनों द्वंद को मन में वह दुल्हन , दरवाजे की दहलीज पर खड़ी है !
पता नहीं क्या हाल होगा , कैसा क्या वहां का माहौल होगा !
दिल खोलकर वह अपना , सारे रिश्तो को अपनाएगी !
किसी की भाभी , किसी की चाची , तो किसी की मामी कहलाएगी !
और पुराने रिश्तो के लिए , बस यादें छोड़ जाएगी !
पिया के घर की लक्ष्मी और अन्नपूर्णा वह कहलाएगी !
माता-पिता के दिए संस्कारों से वह, उनका मान - सम्मान बढ़ाएगी !
अपना संसार छोड़कर वह , एक नया संसार बसाएगी !
© Rachna pagare
Related Stories
9 Likes
0
Comments
9 Likes
0
Comments