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निसर्ग
विशाल आकाश
अथांग सागर
वर्षा की बूंदें
कोहरे की चादर
रवी का वर्षा
से बचते बचाना
कभी दृष्टिमान होना
फिर लुप्त हो जाना
प्रकृति ने बुना है
एक विलोभनीय
ताना बाना !!
स्वरचित © ओम'साई'
© aum 'sai'
Image : Nagav, Alibaug, Maharashtra..My Pic.
#hindiquotes #nature #Poetry #poem
अथांग सागर
वर्षा की बूंदें
कोहरे की चादर
रवी का वर्षा
से बचते बचाना
कभी दृष्टिमान होना
फिर लुप्त हो जाना
प्रकृति ने बुना है
एक विलोभनीय
ताना बाना !!
स्वरचित © ओम'साई'
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