कलियुगी शैतान !
सुबह कर रहा शरारत आज गुमान है
पैसों का रंग जो भी हो सब जुबान है
शौक ए दीद शोहरत पे कहा कायम रहे
जात पात कुछ नही सब खानदान में है
फुर्सत में है शराफत कई दिनों देखे है...
पैसों का रंग जो भी हो सब जुबान है
शौक ए दीद शोहरत पे कहा कायम रहे
जात पात कुछ नही सब खानदान में है
फुर्सत में है शराफत कई दिनों देखे है...