...

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ये मेरा भारत है
प्यार मोहब्बत भाई चारे की आबाद मिशाल है भारत
दुश्मनों के लिए जलती हुई आज़ाद मशाल है भारत
लबों पर मेहमान नवाजी के सुर रहते है
छेड़े जो कोई सरहद पर खींचा तानी की सरगम तो आंखो में अंगारों की धुन लिए बैठे हैं
आज़ादी धरती पर पसीना बहाकर ओर मिट्टी में लहू के बीज बो कर हासिल की हैं
आज़ाद रहो आबाद रहो सब के लिए ये ख्वाहिश रखते है
करोगे कोशिश जो गुलाम बनाने की जंजीरे हमारे पाव के लिए जो होगी तुम्हारी वो तुम्हारे ही गले का फंदा बन जाएगी,
जय हिंद
वंदे मातरम
🇮🇳🇮🇳

© Hems