फितरत बच्चों की!
अपनी जरूरत में जैसे सहारा तलाशते हो,
अपनी तरफ तवज्जो के लिए जैसे खांसते हो,
बेसहारा देख कर किसी को,
हिमायत का तुम भी मन बना लेना।
••होती है फितरत बच्चों की,
•रो कर बात अपनी मना लेना।।
समझ सको तो अच्छा, गिड़गिड़ाहटे किसकी सच्ची है,
हमें...
अपनी तरफ तवज्जो के लिए जैसे खांसते हो,
बेसहारा देख कर किसी को,
हिमायत का तुम भी मन बना लेना।
••होती है फितरत बच्चों की,
•रो कर बात अपनी मना लेना।।
समझ सको तो अच्छा, गिड़गिड़ाहटे किसकी सच्ची है,
हमें...