...

6 views

इंतज़ार हैं मुझे
इंतज़ार हैं मुझे
उस हक़ीक़त का जो किसी मुक़्क़मल ख़्वाब सी हो
जिसकी हर शाम अपने आप में बे-शुमार सी हो

कुछ अध्-पकी मुराद लिए गुज़र कर रहा हूँ ।
चलो इक हादसा ही अता करदो जो किसी हसीन मुलाकात सा हो।।

पलो का क्या हैं वो तू यूँ गुज़र जायेंगे
वक़्त से बैर नहीं मुझे, कम्बख्त वो वक़्त लम्हों की तरह तो हो ।।

इंतज़ार हैं मुझे
उस जिंदगी का जो धूप मे धूप सी ही हो ।
दो- घुलेपन से दिक़्क़त नहीं , गर देना ही हैं दर्द तो इस कदर दो कि महसूस तो हो ।।