यह है मेरा भारत देश
ऐसी माटी जो सवेरे लागे चन्दन,
उछले मन करने को वंदन।
ऐसी जगह जहाँ है प्रकृति का वास,
जिस धरती पे है सभी को नाज़।
निर्मल और कोमल इसका वेश,
यह है मेरा भारत देश!
है यहाँ अनेक पावन धाम,
साथ-ही-साथ है अनेक ग्राम।
जहाँ...
उछले मन करने को वंदन।
ऐसी जगह जहाँ है प्रकृति का वास,
जिस धरती पे है सभी को नाज़।
निर्मल और कोमल इसका वेश,
यह है मेरा भारत देश!
है यहाँ अनेक पावन धाम,
साथ-ही-साथ है अनेक ग्राम।
जहाँ...