आज की छाया
कल का दरवाजा,
आज की छाया में खुलता है ।
इसलिए दुःख के रास्ते को अलग करें,
चलो अपना रास्ता खुद बनाएं ।
आज आप जो लगन ,
जुनून से काम करेंगे।
कल वो आपके मंजिल कहलाएंगे ।
चलो आज एक ख़्वाब...
आज की छाया में खुलता है ।
इसलिए दुःख के रास्ते को अलग करें,
चलो अपना रास्ता खुद बनाएं ।
आज आप जो लगन ,
जुनून से काम करेंगे।
कल वो आपके मंजिल कहलाएंगे ।
चलो आज एक ख़्वाब...