एक शख़्स मेरी ज़िंदगी में इस तरह आया ...
एक शख़्स मेरी ज़िंदगी में इस तरह आया,
जैसे कि हो धूप में वो घना छाया ..
उसने ज़िन्दगी को खुशियों से सजाया,
या यूं कहें कि उसने ज़िन्दगी को बेहतर बनाया...
कुछ कदम हम साथ चले उसके ,
फ़िर हाथों में हाथ...
जैसे कि हो धूप में वो घना छाया ..
उसने ज़िन्दगी को खुशियों से सजाया,
या यूं कहें कि उसने ज़िन्दगी को बेहतर बनाया...
कुछ कदम हम साथ चले उसके ,
फ़िर हाथों में हाथ...