mujhe sab yaad hai ....
मैं सब कुछ भूल गई,,,मुझे सब कुछ याद है।।।।
नशे में थी तो सुकुन था,,,,होश का बड़ा कड़वा स्वाद हैं।।।।।
सब्र में सब्र नहीं,,,बड़ी बेचनी का माहौल है,,,,
एक सवाल का शोर नींद उड़ा बैठा है ,,,,
जवाब से दिल बेहाल हैं।।।।
चेहरे का उड़ा रंग, नम आंखें, ख़ामोश लफ़्ज़ चीख रहें हैं,,,
पत्थर बना कोई ,,,...
नशे में थी तो सुकुन था,,,,होश का बड़ा कड़वा स्वाद हैं।।।।।
सब्र में सब्र नहीं,,,बड़ी बेचनी का माहौल है,,,,
एक सवाल का शोर नींद उड़ा बैठा है ,,,,
जवाब से दिल बेहाल हैं।।।।
चेहरे का उड़ा रंग, नम आंखें, ख़ामोश लफ़्ज़ चीख रहें हैं,,,
पत्थर बना कोई ,,,...