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कुछ पाने के लिए कुछ तो खोना पड़ता है
कुछ पाने के लिए कुछ तो खोना पड़ता है
हसीन ख़्वाब देखने के लिए सोना पड़ता है
लबों पर यूँ हीं नहीं जँचती मुस्कुराहटें यारों
मुस्कुराहट के लिए भी इंसां को रोना पड़ता है
विरासत में सबको नहीं मिलती कामयाबी सदा
इसके लिए मेहनत, नाकामी, संघर्ष बोना पड़ता है
यूँ हीं नहीं बनता कोई अपना इस मतलबी जहाँ में
बेमतलब पहले ख़ुद को किसी का होना पड़ता है
जो जैसा दिख रहा है वो वैसा नहीं है वास्तव में
ख़ुश दिखने के लिए टूटे ख़ुद को संजोना पड़ता है।
© Gaurav J "वैरागी"
#gauravगाज़ियाबादी #gaurav_j_वैरागी #gaurav_jausol #gaurav_ghaziabadi #writcopoem
हसीन ख़्वाब देखने के लिए सोना पड़ता है
लबों पर यूँ हीं नहीं जँचती मुस्कुराहटें यारों
मुस्कुराहट के लिए भी इंसां को रोना पड़ता है
विरासत में सबको नहीं मिलती कामयाबी सदा
इसके लिए मेहनत, नाकामी, संघर्ष बोना पड़ता है
यूँ हीं नहीं बनता कोई अपना इस मतलबी जहाँ में
बेमतलब पहले ख़ुद को किसी का होना पड़ता है
जो जैसा दिख रहा है वो वैसा नहीं है वास्तव में
ख़ुश दिखने के लिए टूटे ख़ुद को संजोना पड़ता है।
© Gaurav J "वैरागी"
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