कहा से लाऊ वो साहस
जो सब कुछ भूलकर सुकून,
से जी लूं मैं,
जब वो लम्हे सामने आते हैं
चाहकर भी हम खुश नहीं हो पाते हैं
जो...
से जी लूं मैं,
जब वो लम्हे सामने आते हैं
चाहकर भी हम खुश नहीं हो पाते हैं
जो...