मेरे एहसास!
किसी इल्म के सहारे तो किसी पल के इंतजार के सहारे,
जी रहे हैं हम तो बस तुमसे हुई मुलाकात के सहारे,
कि वो पल ऐसे मिलन का एहसास हैं दो प्राणवायु की!
देखो हम अब तक जिंदा हैं...
जी रहे हैं हम तो बस तुमसे हुई मुलाकात के सहारे,
कि वो पल ऐसे मिलन का एहसास हैं दो प्राणवायु की!
देखो हम अब तक जिंदा हैं...